Login to make your Collection, Create Playlists and Favourite Songs

Login / Register
आत्मा शाश्वत, सर्वव्यापी, अपरिर्वतनीय, अचल और अनादि है | श्लोका - Everyday
आत्मा शाश्वत, सर्वव्यापी, अपरिर्वतनीय, अचल और अनादि है | श्लोका - Everyday

आत्मा शाश्वत, सर्वव्यापी, अपरिर्वतनीय, अचल और अनादि है | श्लोका - Everyday

00:01:01
Report
आत्मा अखंडित और अज्वलनशील है, इसे न तो गीला किया जा सकता है और न ही सुखाया जा सकता है। यह आत्मा शाश्वत, सर्वव्यापी, अपरिर्वतनीय, अचल और अनादि हैSee omnystudio.com/listener for privacy information.

आत्मा शाश्वत, सर्वव्यापी, अपरिर्वतनीय, अचल और अनादि है | श्लोका - Everyday

View more comments
View All Notifications