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कैसे एक व्यक्ति में  विस्तार होता है ज्ञान का  ? | श्लोक- Everyday
कैसे एक व्यक्ति में  विस्तार होता है ज्ञान का  ? | श्लोक- Everyday

कैसे एक व्यक्ति में विस्तार होता है ज्ञान का ? | श्लोक- Everyday

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वह व्यक्ति जो अलग – अलग जगहों या देशो में घूमता है और विद्वानों की सेवा करता है उसकी बुद्धि उसी तरह से बढती है जैसे तेल का बूंद पानी में गिरने के बाद फ़ैल जाता है.See omnystudio.com/listener for privacy information.

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